UTTARAKHAND ONE LINER HINDI -5 / उत्तराखंड के प्रमुख जन आन्दोलन
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- कौन सा आन्दोलन शिल्पकार समाज द्वारा सामाजिक व्यवस्था के विरुद्ध किया गया ? – डोला पालकी आंदोलन
- 1911 में उत्तराखंड में किसके द्वारा दलितों के लिएं शिल्पकार शब्द का प्रयोग किया गया ? हरिप्रसाद
- किसके नेतृत्व में 1930 में डोला पालकी आंदोलन चलाया गया ? जयानंद भारती
- शिल्पकारों को डोला पालकी के उपयोग का कानूनी अधिकार किस वर्ष प्रदान किया गया ? 1936
- कुली बेगार आंदोलन सर्वप्रथम कहां से प्रारंभ हुआ ? खव्याडी ( अल्मोड़ा )
- कुली बेगार प्रथा को समाप्त करने का प्रस्ताव कुमाऊ परिषद के किस अधिवेशन में रखा गया ? दूसरे अधिवेशन ( हल्द्वानी )
- किस वर्ष श्रीदेव सुमन,दौलतराम,नागेंद्र सकलानी एवं वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के प्रयासों से टिहरी राज्य प्रजामंडल की स्थापना हुई ? 1939
- टिहरी राज्य आंदोलन के किस नेता की मृत्यु 25 जुलाई 1944 को जेल में भूख हड़ताल से हुई ? श्री देव सुमन
- वर्ष 1948 में किस आंदोलन में भोलूराम नौटियाल , और नागेंद्र सकलानी शहीद हुए ? कीर्ति नगर आंदोलन
- किस तिथि को सयुक्त प्रांत का एक जिला बना – 1 अगस्त 1949
- किस वर्ष उत्तराखंड की जनता ने सड़को की मांग को लेकर जन आंदोलन किया था ? 1940
- किस कानून का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तराई क्षेत्र क्षेत्र में सीलिंग कानून को लागू कराकर भूमिहीनों तथा किसानों को भूमि वितरण कराना था ? कोटा खर्रा आंदोलन
● गाड़ी सडक आन्दोलन 1939-40- इस आन्दोलन का उददेश्य गरूड से कर्णप्रयाग व लैसडाउन से पौडी तक सडक निर्माण कराना था
● कुली उतार आन्दोलन- ब्रिटिश अधिकारी जब किसी जगह यात्रा पर जाते तो उस जगह के लोगों को उनका सामान ढोना पड़ता था जिसके कारण यह आन्दोलन करना पड़ा
• कुली बेगार आन्दोलन- ब्रिटिश अधिकारियों का सामान निशुल्क ढोना पड़ता था
● कुली बर्दायश आन्दोलन – ब्रिटिश अधिकारियों के लिए स्थानीय लोगों द्वारा निशुल्क भोजन की व्यवस्था करनी पड़ती था
• कुंजणी वन आन्दोलन 1903-04 – टिहरी रियासत में इसके तहत राजस्व करों में वृद्धि के विरूद्ध हुआ, इस आन्दोलन का नेतृत्व अमर सिंह ने किया
• खास पट्टी वन आंदोलन- 1906-07 ई० में गढ़वाल क्षेत्र में हुआ था, इस आन्दोलन में जनता ने वन अधिकारी सदानंद गैरोला को रस्सी में बांध दिया था
• कोटाखर्रा आंदोलन- इसके तहत तराई क्षेत्रों में भूमिहीन किसानों को जमीन उपलब्ध कराना था
• कंकोड़ाखाल आंदोलन – यह आंदोलन चमोली जिले में अनुसूईया प्रसाद बहुगुणा के नेतृत्व में हुआ था
• कनकटा बैल भ्रष्टाचार आंदोलन – यह आन्दोलन अल्मोड़ा के बड़ियार रैत गांव में बैल के कानों को काटकर उसकी बीमा राशि दो बार हड़प लेने के विरूद्ध चलाया गया आन्दोलन था
• शराब विरोधी आंदोलन – इस आंदोलन के तहत उत्तराखण्ड संघर्ष वाहिनी ने 1984 ई0 में नशा नहीं रोजगार दो का नारा दिया
● विश्वविद्यालय आंदोलन – इसके तहत 1973 ई0 को राज्य में गढ़वाल विवि व कुमाऊँ विवि की स्थापना हुयी
● पाणी राखो आन्दोलन- उफरैखाल पौड़ी के युवाओं ने पानी की कमी दूर करने के लिए सच्चिदानंद भारती के नेतृत्व में आंदोलन चलाया गया
• डूंगी-पैंतोली आंदोलन- इसके तहत चमोली जिले में बाज जंगल काटने
● रक्षा सूत्र आंदोलन – इसके तहत भिलंगना नदी क्षेत्र में पेड़ों की कटान रोकने के लिए पेडों पर रक्षा सूत्र बांधा, इसका नेतृत्व सुरेन्द्र सिंह ने 1994 ई0 में किया था
• डाडामंडी आन्दोलन- भारत छोड़ो आन्दोलन के समय गढ़वाल में उमराव सिंह रावत के नेतृत्व में हुआ, जिसमें क्रांतिकारियों ने दुगड्डा क्षेत्र में दूरसंचार साधनों को क्षतिग्रस्त किया
• हेवलघाटी आंदोलन- टिहरी में चूना पत्थर की अवैध खदान से सम्बन्धित आन्दोलन था
• गुजडू आंदोलन – गुजडू को गढ़वाल का बारदोली कहा जाता है यह गढ़वाल में 1942 में रामप्रसाद नौटियाल के नेतृत्व में हुआ था
• बाल सभा- मार्च 1935 ई० को टिहरी के सकलाना पट्टी के उनियाल गांव में सत्यप्रसाद रतूड़ी ने स्थापना की, जिसका उद्देश्य बालकों में देश भक्ति की भावना जगाना था बाल सभा के सदस्यों ने केसरी पत्रिका का सम्पादन किया
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आपने बहुत अच्छी जानकारी साँझा की है। वाकई में मुझे अप्पके ब्लॉग से बहुत कुछ सिखने को मिलता है।
THANKU KARAN